मोह
मन मस्तिष्क खंडित मोह
विध्वंस का है कारण मोह
लगाव की सदैव हो सीमा
भ्रम रहित जीवन बिन मोह
वर्तमान भविष्य विरक्त भरा
कर्मफल अनुसार सब होना
रखो मोह से पृथक तन मन
सदैव जीवन में संतोष संयम
करो नहीं प्रदूषित जीवन
त्याग मोक्ष प्राप्त यूँ लक्षण
बनाकर दुरी लोभ ईर्ष्या से
तनाव मुक्त मन तपोवन
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