यादें

कभी कहती है थम जाओ
सोचकर तब कदम उठाओ
ले मुझे टटोल परख के तुम
है क्या करना समझ जाओ

मैं शायद राह दिखलाऊं
बांह ले थाम बढ़ी आऊं
हम यादें साथ सदा रहतीं
जीवन में संग जुड़ी रहतीं

भला बुरा को सोचकर
भविष्य तुम्हारी देखकर
रहेगा कैसा आगे सफ़र 
ये यादें हीं तो बताती हैं

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