चाय
गांठ बांध लो मेरी राय
कितनी भी समस्याएं
बैठ कहीं तू सुकून से
पी बस एक कप चाय
कठिनाई से क्यों घबराए
चुनौतियां जितनी आए
हल तुम्हारे मस्तिष्क में हीं
सोच तू लेकर हांथ में चाय
करे शीतल दिमाग गर्म चाय
मार्ग जीवन का नज़र आए
बाधाएं स्वयं राह बतलाए
आनंदपूर्ण जीवन बन जाए
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