सिख

अमरीका कनेडा यूके औसी
बहुल हैं वहां खाली से स्थान
ये दस गुरुओं की पुण्यभूमि
सिखों का रहेगा ये हिंदुस्तान

गुरु नानक से गुरु गोविंद जी
जन्में इस पावन धरती पर ही
किया ज्ञान का प्रचार प्रसार
सिखों का इस धरती से प्यार

प्रेम सूत से है बंधा यह तन मन
सिख भारत का जुड़ा है जीवन
है मातृभूमि यहीं पितृभूमि यह
सिखों की हीं यह धरती पावन

भला तोड़ेगा कौन साथ इनका
अंग भारत भी इनके शरीर का
तन–मन–धन भारत माता का
मां भारती हैं सिखों की माता

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