चंद्रशेखर आज़ाद

 आज़ाद है देश ये

आज़ाद की कुर्बानी से

आज़ाद जिए आज़ाद रहे

आज़ादी का जूनून लिए


आज़ाद सोच आज़ाद राह

आज़ादी के दीवानों संग

भगत सिंह राजगुरु सुखदेव

अस्फाकुल्लाह सान्याल बिस्मिल संग


आज़ादी के दीवाने थे

नस नस में बस आज़ादी थी

न चिंतित न भयभीत रहे

कर्मों में बस आज़ादी थी


प्राण भी अपनें त्याग दिए

आज़ाद भारत की ख़ातिर

आज़ादी इनकी देन है

संभाल कर रखना आज़ादी


आज़ाद भारत में इन्हें

भूलना न तुम कभी

Comments

Popular posts from this blog

अब जाता हूं .....

चक्रव्यूह

वो क्षण