त्रिशूल पर काशी

बम महादेव भोलेनाथ

काशी से रिश्ता क्या

क्यों टिकाया त्रिशूल पर

कहिए इसका कारण क्या 


मैं पालक रक्षक काशी का

अभयदान वरदान यहाँ

अखंड वास है काशी मेरा

पवित्रता की करता रक्षा


मुक्ति का मैं मंत्र भी फुंकू

प्रलयकाल त्रिशूल पर धारूँ

सृष्टि की ये आदि स्थली

हर संकट से इसे उबारुं


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