चाह
माना कठिन है राह
परंतु छोड़ना न चाह
लक्ष्य प्राप्ति का आनंद तब
जब पाओगे तोड़ बाधाएं
लगन परिश्रम साथ हो
ध्येय की कर दिखाना बस
हो प्रयोजन चाहे कोई भी
न रुकना, न थक जाना अब
बस विश्वास रख, निश्चय रहे
हो चाह यूँ, स्वयं राह कहे
बढ़े चलो, रुको नहीं
थको नहीं, झुको नहीं
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