प्रेम

प्रेम

NAVNEET


।। प्रेम ।।


भावनाओं का उदगार

आत्मा का विस्तार

न केवल पाने की इच्छा

आत्मीयता का संचार प्रेम


मूल तत्व यह सृष्टि का

निस्वार्थ भाव से भरा हुआ

समर्पण स्नेह ममतामयी

पूर्णता पवित्र अर्थों में ही


अदम्य अलौकिक अनुभूति

मानवता की प्रस्तुति

प्रेम समर्पण अन्तर्मन का

जीवन की पूर्णता है प्रेम

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