5 अगस्त

5 अगस्त 

NAVNEET


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5 अगस्त ।।


2077 विक्रम संवत

कृष्ण द्वितीय की तिथि

आगमन श्री राम का

अयोध्या है सजी संवरी

भक्तों के मन में खुशियाँ

अकल्पनीय हैं भावनाएं

मन भाव विभोर है

हो रही चहुँओर प्रार्थनाएँ

सतयुग त्रेतायुग की यादें

यूँ लगता फिर वापस आईं

फिर किसी वनवास से

प्रभु राम सीता माँ आईं

फिर हनुमान जी सीना चीड़

करवाते दर्शन प्रभु मात का

परीक्षा की घडी पूर्ण हुई

न क्लेश रखो किसी बात का

बस हर्ष में अब मगन रहो

रखो अभिलाषा दर्शन की

प्रभु राम ही तो सिखाते हैं

न द्वेष रखो मन में अपनी


- नवनीत


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