सोच का सम्मान करें

सोच का सम्मान करें
NAVNEET

।। सोच का सम्मान करें ।।


आवश्यक है की
शब्दों की मर्यादा रखें
आवश्यक है की
मन की बात कहें परन्तु
एक सीमा रखें
हर पक्ष के लोग
इस बात पर अमल करें
हर सोच के लोग
इस राह पर चलें
मिलता क्या है
किसी का अनादर कर के
पाते क्या हैं
किसी का उपहास करके
हर इंसान की है
अपनी एक सोच
उस सोच का सम्मान करें
न उसका अनादर करें

बात सत्य की है
बात सब की है
इंसानों में आपस में प्रेम हो
इसी में भलाई सबकी है
घृणा फैलाना नहीं
सच से पर घबराना नहीं
जो सत्य है वो मिलेगा
खुशियों का पुष्प खिलेगा
मगर देखना, देश को नुकसान न हो
मगर देखना, इंसानियत बदनाम न हो
दायरे में रह कर मांगेगे
हम अपने हक़ को मानेंगे

- नवनीत

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